देहरादून। अंकिता की गुमशुदगी की सूचना मिलने के तुरंत बाद छुट्टी जाने वाला पटवारी वैभव भी एसआईटी जांच के दायरे में आ गया है। पूछताछ में पटवारी के खिलाफ सुबूत मिले तो उसे हत्या के साक्ष्य मिटाने का आरोपी भी बनाया जा सकता है।
अंकिता की गुमशुदगी की सूचना मिलने के तुरंत बाद छुट्टी जाने वाला पटवारी वैभव पर भी एसआईटी ने शिकंजा कसा है। अंकित, पुलकित और सौरभ की कॉल डिटेल से मिले सुराग के आधार पर एसआईटी हत्या के समय के आसपास मौजूद मोबाइल फोन की कॉल डिटेल का परीक्षण कर रही है। इसी आधार पर जल्द ही पटवारी को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या के कितनी देर पहले और कितनी देर बाद पटवारी को फोन किया गया है। वारदात के बाद अचानक छुट्टी लेना और फोन बंद होना शक बढ़ा रहा है। रिमांड में आरोपियों से पटवारी की भूमिका पर सवाल किए जाएंगे। सुराग मिला तो पटवारी को साक्ष्य मिटाने और लोक सेवक होते हुए अपराध को छिपाने का मुल्जिम बनाया जाएगा।