चित्रकुटधाम। प्रसिद्ध आध्यात्मिक गुरु मोरारी बापू की प्रेरणा से प्रतिवर्ष आयोजित होने वाला एक संगीत और पुरस्कार समारोह इस वर्ष 21, 22 और 23 अप्रैल को चित्रकुटधाम, तलगाजरडा में आयोजित होगा। 21 और 22 अप्रैल की शाम को प्रसिद्ध कलाकारों की मनमोहक प्रस्तुतियाँ होंगी। बांसुरीवादक पंडित राजेंद्र प्रसन्ना और तबला वादक पद्मश्री विजय घाटे 21 अप्रैल को रात 8 से 10 बजे तक अपने प्रदर्शन से दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगे, जबकि शास्त्रीय गायिका विदुषी पद्मा तलवलकर 22 अप्रैल को रात 8 से 10 बजे तक अपने प्रदर्शन से मंच की शोभा बढ़ाएंगी। 23 अप्रैल को हनुमान जयंती के अवसर पर, सुंदरकांड के पाठ, हनुमान आरती और प्रसिद्ध कथक प्रतिपादक पद्म श्री नलिनी और पद्म श्री कमलिनी द्वारा एक मनोरम नृत्य प्रदर्शन के साथ समारोह शुरू होगा। इस समारोह के बाद मोरारी बापू पुरस्कार प्रदान करेंगे।
अर्पण किए जाने वाले पुरस्कारों में आरती सौमिल मुंशी को दिया गया श्री अविनाश व्यास पुरस्कार (सुगम संगीत), राम पुनियानी को सामाजिक सेवा के लिए सद्भावना पुरस्कार, विजय पंड्या को संस्कृत भाषा में योगदान के लिए वाचस्पति पुरस्कार, डॉ. उर्मी समीर शाह को भामती पुरस्कार (संस्कृत) और परमानंद दलवाड़ी को कैलाश ललितकला पुरस्कार (फोटोग्राफी) शामिल हैं। हनुमंत पुरस्कार विदुषी पद्मा तलवलकर (गीत), पंडित राजेंद्र प्रसन्ना (बांसुरी), पद्मश्री नलिनी अस्थाना और पद्मश्री कमलिनी अस्थाना (कथक) और पद्मश्री विजय घाटे (तबला) को सम्मानित करेंगे।
मोरारी बापू अपने संबोधन के बाद राजेश कुकवड़िया (भवाई), कपिलदेव शुक्ला (गुजराती नाटक – भवाई) और रूपा गांगुली (हिंदी टीवी धारावाहिक) को नटराज पुरस्कार भी प्रदान करेंगे। तीनों दिनों की कार्यवाही आस्था टीवी चैनल और संगीतनी दुनिया के यूट्यूब चैनल पर प्रसारित की जाएगी।