हरिद्वार। संतों ने एक महिला पर प्रशासन से मिलीभगत कर हनुमान मंदिर हटाए जाने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।
शनिवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से वार्ता करते हुए हिंदू रक्षा सेना के अध्यक्ष महामण्डलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने बताया कि हरियाणा के अंबाला छावनी में अंबाला-साहा फोरलेन के निर्माण के दौरान एक महिला ने प्रशासन के साथ मिलीभगत कर 60 वर्ष पुराने हनुमान मंदिर को हटवा दिया। बीते मंगलवार को कुछ हिंदू श्रद्धालुओं व धार्मिक संस्थाओं के लोगों द्वारा मंदिर का पुर्ननिर्माण कराने के दौरान वहां पहुंची महिला ने मंदिर के नवनिर्माण व पूजा अर्चना में बाधा डाली। उन्होंने कहा कि कई हिंदू संस्थाओं की ओर से इसकी अबाला पुलिस को शिकायत भी की गयी। स्वामी प्रबोधानंद गिरी महाराज ने आरोप लगाया कि प्रभावशाली परिवार की महिला के खिलाफ पुलिस ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है। यदि पुलिस ने जल्द से जल्द महिला को गिरफ्तार नहीं किया तो पूरे देश में आंदोलन किया जाएगा। बाबा हठयोगी व महंत कमलदास महाराज ने कहा कि महिला के कृत्य से हिंदू जनमानस की भावनाओं को ठेस पहुंची है। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द मंदिर का पुर्ननिर्माण कराया जाए और महिला व उसका परिवार पूरे हिंदू समाज से माफी मांगे। यदि ऐसा नहीं किया गया तो संत समाज पूरे देश में आंदोलन करेगा। श्री अखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि सनातन धर्म पर आघात का कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। हरियाणा सरकार सनातन धर्म प्रेमियों की भावनाओं को आहत करने वाली महिला के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करे। इस अवसर पर महंत देवानंद सरस्वती, महंत कमल दास, स्वामी विष्णु देवानन्द, स्वामी रामानन्द आदि मौजूद रहे।