हरिद्वार: जिलाधिकारी, श्री विनय शंकर पाण्डेय की अध्यक्षता में कलक्ट्रेट सभागार में राज्य सरकार द्वारा संचालित महत्वपूर्ण कार्य योजनाओं के सम्बन्ध में लोक निर्माण, नलकूप खण्ड एवं ग्रामीण निर्माण विभागों की समीक्षा बैठक आयोजित हुई।
समीक्षा बैठक में जिलाधिकारी ने सर्वप्रथम नलकूप खण्ड हरिद्वार एवं रूड़की के कार्यों के बारे में जानकारी ली। अधिकारियों ने बताया कि हरिद्वार व रूड़की में वर्तमान में 557 ट्यूबवेल कार्यरत हैं। उन्होंने बताया कि कुछ ट्यूबवेल कार्य नहीं कर रहे हैं, जिनको ठीक कराने की मांग आ रही है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में पूरे विवरण का उल्लेख करते हुये सचिव, सिंचाई को पत्र प्रेषित किया जाये।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों से विभाग में जो नयी योजनायें चल रही हैं, उनके बारे में जानकारी ली तो अधिकारियों ने बताया कि कुछ योजनायें जो जून में ही सामने आई हैं, में से कुछ का टेण्डर कर दिया गया है। बैठक में नलकूपों का संचालन, उनका अनुरक्षण, आॅपरेटर का वेतन आदि के सम्बन्ध में चर्चा हुई, जिस पर अधिकारियों ने नलकूपों के अनुरक्षण आदि के सम्बन्ध में आ रही दिक्कत का उल्लेख किया। इस पर जिलाधिकारी ने पूरे विवरण का उल्लेख करते हुये सचिव, सिंचाई को पत्र प्रेषित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। शासन स्तर पर लम्बित योजनाओं के बारे में जिलाधिकारी ने कहा कि ऐसी योजनाओं को भी जल्द से जल्द धरातल पर क्रियान्वित करने हेतु शीघ्रता से कार्य करने की आवश्यकता है। बैठक में विभिन्न योजनाओं पर आवंटित/स्वीकृत धनराशि, कार्यों का क्रियान्वयन आदि के सम्बन्ध में भी चर्चा हुई।
जिलाधिकारी को नलकूप खण्ड के अधिकारियों ने प्रस्तावित योजनाओं-स्पेंक्लर सिस्टम लगाना एवं मोबाइल से नलकूपों को आॅपरेट करने की योजना के बारे में बताया। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों से पूछा कि वर्तमान में उत्तराखण्ड में स्पेंक्लर सिस्टम कहां काम कर रहा है। अधिकारियों ने बताया कि उत्तरकाशी में यह सिस्टम कार्य कर रहा है। इस पर जिलाधिकारी ने अधिकारियों को कृषि विभाग से सम्पर्क करते हुये आपसी सामंजस्य स्थापित करने के निर्देश दिये।
बैठक में लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों ने हरिद्वार ग्रामीण सड़कों के बारे में जिलाधिकारी को बताया, जिसमें बजट की व्यवस्था राज्य योजना से है। इनके निर्माण में कोई दिक्क्त नहीं है। लोक निर्माण विभाग, रूड़की ने बताया कि आन्तरिक गलियों में 14 कि0मी0 सड़क बननी है, जो अक्टूबर तक पूरी जो जायेंगी। भारत सरकार के बजट से 300 मी0 लम्बे एक पुल के सम्बन्ध में भी बैठक में चर्चा हुई। लोक निर्माण विभाग लक्सर ने बताया कि 21 कि0मी0 सड़क का दोहरीकरण का कार्य प्रगति पर है, जो जनवरी,2022 तक पूर्ण हो जायेगा तथा बाण गंगा पर पुल का कार्य प्रगति पर है।

बैठक में ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिकारियों ने बताया कि वन विभाग के लिये चिड़ियापुर में वानर रेस्क्यू सेन्टर का निर्माण कार्य प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत 26 बन्दर बाडों का निर्माण कार्य प्रस्तावित है, जिसके लिये आठ करोड़ की धनराशि स्वीकृत हुई है। प्रथम चरण में पांच बन्दर बाड़ों का निर्माण प्रस्तावित है, जिसके लिये निविदा की कार्रवाई हो चुकी है।
जिलाधिकारी को अधिकारियों ने कडच्छ से लेकर गुरूद्वारा रोड़ ज्वालापुर तक नाले के निर्माण के सम्बन्ध में बताया कि यह नाला अम्बेडकर नगर ज्वालापुर से निकलकर गुरूद्वारा रोड होते हुए एस0टी0पी0 प्लान्ट में गिरता है, जिसकी लम्बाई लगभग 1700 मी0 है। प्रथम चरण में अम्बेडकर नगर से गुरूद्वारा रोड़ तक लगभग 750 मी0 लम्बाई में कार्य कराया जा रहा है, जिसकी चैड़ाई 04 मी0 एवं गहराई 2.50 मीटर है।
बैठक में अधिकारियों ने यह भी बताया कि मुख्यमंत्री घोषणा के अन्तर्गत 43 आन्तरिक मार्गों का कार्य प्रस्तावित था, जिसमें से 30 मार्ग पूर्ण हो चुके हैं तथा तीन मार्गों का कार्य प्रगति पर है। तहसील परिसर रूड़की में टाइप चतुर्थ के तीन तथा टाइप तृतीय के छह आवासीय भवनों के निर्माण के सम्बन्ध में अधिकारियों ने जिलाधिकारी को बताया कि टाइप चतुर्थ के तीन आवासीय भवन पूर्ण कराकर सम्बन्धित विभाग को हस्तांतरित कर दिये हैं।
इस अवसर पर श्री के0के0 मिश्रा, अपर जिलाधिकारी(वित्त एवं राजस्व), श्री दीपक कुमार, अधिशासी अभियन्ता, लोक निर्माण, श्री रामजी लाल, अधिशासी अभियन्ता, ग्रामीण निर्माण विभाग, श्री शिशिर गुप्ता, अधिशासी अभियन्ता नलकूप खण्ड, रूड़की, श्री सुरेश पाल, अधिशासी अभियन्ता, नलकूप खण्ड, हरिद्वार, अधिशासी अभियन्ता, रूड़की, अधिशासी अभियन्ता, लक्सर, लोक निर्माण सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे।
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