हरिद्वार। श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े की पवित्र छड़ी यात्रा कुमायूं भ्रमण के अंतिम चरण में पहुंच गई है। पवित्र छड़ी पिथौरागढ़ से नारायण आश्रम पहुंची ,यहां पवित्र छड़ी ने ओम पर्वत की पूजा अर्चना की व तवाघाट स्थित वीरपाल धाम में रात्रि विश्राम किया। शुक्रवार सवेरे महामंडलेश्वर श्री महंत वीरेंद्रानंद गिरि ने पवित्र छड़ी की पूजा अर्चना कर पौराणिक तीर्थ
घाट काली मंदिर रवाना किया। छड़ी के प्रमुख महंत व जूना अखाड़े के सभापति श्री महंत प्रेम गिरी महाराज,उप महंत श्री महंत शिवदत्त गिरी ,श्रीमंहत विशम्भर भारती, थानापति महंत राज गिरी, महंत राजेंद्र गिरी,महंत आदित्य गिरी, श्री महंत कुशपुरी, श्री महंत पशुपति गिरी,महंत केशव गिरी,महंत रतन गिरी,महंत तूफान गिरी, सहित नागा सन्यासियों के जत्थे के साथ पवित्र छड़ी लेकर घाट काली मंदिर पहुंचे,जहां गंगोलीहाट विधायक फकीर राम टम्टा ने बेरीनाग में पवित्र छड़ी की आगवानी व नागा सन्यासियों के जत्थे का स्वागत किया और संतों पर पुष्प वर्षा की। विधायक श्री टम्टा ने पवित्र छड़ी का स्थानीय नागरिकों के साथ पूजा-अर्चना की और हर हर महादेव के उद्घोष के साथ छड़ी को रवाना किया । इस अवसर पर तहसीलदार पटवारी भाजपा नेता राजेंद्र बिष्ट ,श्यामा बिष्ट भी मौजूद थे । घाट काली मंदिर पहुंचने पर महंत शिवदत्त गिरी व तीर्थ पुरोहितों ने पवित्र छड़ी की अगवानी की और गर्भ गृह में ले जाकर पूजा-अर्चना कराई । घाट काली से पवित्र छड़ी पौराणिक पाताल भुवनेश्वर पहुंची, श्रीमंहत प्रेम गिरी महाराज ने बताया पौराणिक आख्यान के अनुसार यह मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव को समर्पित है, यह गुफा प्रवेश द्वार से 180 मीटर लंबी और 90 फीट गहरी है ।इस मंदिर में 33 करोड़ देवी देवताओं के निवास हैं ।उन्होंने बताया इस मंदिर में भूत वर्तमान और भविष्य की घटनाओं को सांकेतिक रूप से दर्शाया गया है। यहां से पवित्र छड़ी चकोरी स्थित एशिया एकेडमी पहुंची।। शनिवार को पवित्र छड़ी श्री बागेश्वर धाम पहुंचेगी ,जहां रात्रि विश्राम के पश्चात दूनागिरी, बिनसर महादेव, बूढ़ा केदार भूमिया थान के लिए प्रस्थान करेगी।